भेजा है बुलावा मैया ने,
तेरे धाम को जाऊगी,
मैया के चरणों में मैं अपनी उम्र बिताऊ गी,
भेजा है बुलावा मैया ने
सारे जग को नींद सताये पर मोहे नींद न आये,
रह जाऊ अगर सोने में कही गद्दी छूट ना जाऊ,
मैं अपनी शीतला मैया को दुःख दर्द सुनाऊ गी,
मैया के चरणों में मैं अपनी उम्र बिताऊ गी,
जब भोर की लाली छाई मुर्गे ने भांग लगाई,
उठ जाओ भक्तो जल्दी माँ के नाम की गाडी आई,
जाने वो कैसी गद्दी होगी जब माँ को पाउ गी,
मैया के चरणों में मैं अपनी उम्र बिताऊ गी,
जब देखा मैंने भीतर बस माँ ही माँ को पाया,
मैया बैठी हिरदये में ये राज उसी ने बताया,
मैं अपने मैया जी के भजन बड़े धाम में गऊ गी
मैया के चरणों में मैं अपनी उम्र बिताऊ गी,