सब मिल के आज जय बोलो बजरंबली के,
हाथ जोड़ के विनती करो बजरंग बलि की,
जय के लिए बल के लिए कल्याण के लिए,
गुण कीर्ति गाते चलो बजरंग बलि की,
सब मिल के आज जय बोलो बजरंबली के,
निर्भय बनो निरगवांद में रहो आनंद में रहो
बस प्राथना करते रहो बजरंग बलि की,
सब मिल के आज जय बोलो बजरंबली के,
लंगूल से रक्षा किया करते है वेजन की,
यह सह प्रतिज्ञा सुनो बजरंग बलि की,
सब मिल के आज जय बोलो बजरंबली के,
माला प्रशाद और सिंदूर राधे श्याम,
राहुल जो गीत गावत बजरंग बलि की,
सब मिल के आज जय बोलो बजरंबली के,