खाली मोड़ी न खोल किरपा दे बूहे ,
संगता आइए ने खोल किरपा दे बूहे,
एक एक कदम बढ़ाओ भगतो बड़े मंदिर है जाना,
बड़े मंदिर है जाके भगतो अपना शीश झुकना,
खाली मोड़ी ना खोल किरपा दे बूहे.......
सिद्धक वाले दी झोली भरदी गुरु जी भर भर लुटान दे ने,
जो शक है करदा गुरु ते ओह खाली रह जांदे ने,
खाली मोड़ी न खोल किरपा दे बूहे
एक एक कदम बढ़ाओ भगतो बड़े मंदिर है जाना,
बड़े मंदिर है जाके भगतो अपना शीश झुकना,
खाली मोड़ी ना खोल किरपा दे बूहे.......