तेरा दरबार हमने सजाया है माँ तुम को भुलाया है माँ,
ये बता दो बता दो पूजा में कमी तो नही,
भूल हो तो कोई उसको भुला दीजिये,
अपने चरणों में मुझको जगह दीजिये,
तेरी ज्योति को हमने जलाया है माँ सिर कोई झुकाया है माँ,
ये बता दो पूजा में कोई कमी तो नहीं,
तेरा दरबार हमने सजाया है माँ,
तुमने लाखो की बिगड़ी बनाई है माँ,
मेरी बार क्यों देर लगाई है माँ,
मन के मंदिर में तुम्हको बिठाया है माँ सर को झुकाया है माँ,
ये बता दो पूजा में कोई कमी तो नहीं,
तेरा दरबार हमने सजाया है माँ,
जैसे ओरो के संकट मिटाये है माँ आस मेरी भी पूरी करदो माँ,
तेरे भजनो को मनीश ने गया है भविष्य ने सजाया है,
ये बता दो पूजा में कोई कमी तो नहीं,
तेरा दरबार हमने सजाया है माँ,