एह मैया जी शेरावाली कल्याणी माँ मेहरा वाली,
जग दी तेरी ज्योत निराली ने सब नु पार लगाया,
तेरे भगता ने आज तेरा जगराता करवाया,
जगदी पालनहारी एह माँ शक्ति अधक्वारी एह माँ,
लीला तेरी न्यारी है माँ तेरा किसे ने भेद न पाया ,
तेरे भगता ने आज तेरा जगराता करवाया,
कंजका पूजा ज्योत जगावा,
श्रदा दे नाल भवन सजावा,
विच ख़ुशी दे भंगड़े पावा,
तेरे भगता ने आज तेरा जगराता करवाया,
तन मन जिसने नाम च रंगियां,
भाव सागर को पार ओ लंगियां,
मन जीती अरमान जो माँगियां माँ ने झोली पाया,
तेरे आज भगता ने तेरा जगराता करवाया,