मैया के दर पे नजारा मिलता है,
गम के मारो को सहरा मिलता है,
मैया ने बदली है सबकी तकदीर,
रेहमत का जब एक इशारा होता है,
मैया के दर पे नजारा मिलता है,
आज माँ के जागरण की रात है आई,
हाथ में जैसे कोई सौगात है आई,
है बड़ी प्यारी बड़ी न्यारी बड़ी पावन,
जागरण में आज माँ के करलो तुम दर्शन,
मुश्किल से जीवन दुवारा मिलता है,
गम के मारो को सहरा मिलता है,
मैया के दर पे नजारा मिलता है,
माँ तुझे ममता के अंचल में छुपा लेंगी,
इक दिन तुझको गले अपने लगा लेगी,
आज तक यो भी तेह हुए देखा,
झोलियाँ भर के उसे जाते हुए देखा,
भक्ति से मुक्ति का द्वारा खुलता है,
गम के मारो को सहरा मिलता है,
मैया के दर पे नजारा मिलता है,
माँ की महिमा सच्चे दिल से गा कर तो देखो,
आये गई मेरी अम्बे माँ बुला कर तो देखो,
हर संकट हर दुःख को हर लेगी मेरी माँ,
बरसा देगी जब रेहमत मेरी आंबे माँ,
साहनु किस्मत का ताला यहाँ खुलता है,
गम के मारो को सहरा मिलता है,
मैया के दर पे नजारा मिलता है,