ओ मोरे अंगना के भाग जगा,
मोरी अँखियो की प्यास भुजा साई बाबा मेरे घर आ,
कब तक तुम्हरी राह निहारे मेरे प्यासे नैना,
बिन दर्शन ये नैन विचारे कैसे पाए चैना,
अपनी प्यारी प्यारी सूरत मुझको दिखलाओ,
साई बाबा मेरे घर आओ,
तुमसे मेरी आस है साई तुम हो मेरा सपना,
इक तुम ही हो अपने मेरे कोई नहीं है अपना,
उजड़ी हुई है मेरी कुटिया इसको स्वर्ग बनाओ,
साई बाबा मेरे घर आओ......
जाप्ता रहता है मेरा मन तुम्हारे नाम की माला,
कब तक अँधियारो में रहु मैं देदो मुझे उजाला,
ऐसे नहीं आते हो तो फिर सपने में आ जाओ,
साई बाबा मेरे घर आ