नी मैं उचिया भागा वाली मेरी कुटिया दे भाग जगाये,
आज गुरु जी मेरे घर आये ने,
नी मैं राह विच नैन विशावा नाले चन्दन तिलक लगावा,
नी मैं रज रज दर्शन पावा
आज गुरु जी मेरे घर आये ने.....
ओ जग दा पालनहारा नाले दुनिया दा रखवाला,
ओ सबदे दुःख मिटाये,
आज गुरु जी मेरे घर आये ने,
नी मैं हिरध्ये दा थाल बनावा नैना दी ज्योत जगावा,
नी मैं आरती आपे गावा आज गुरु जी मेरे घर आये ने,