मैं तेरी कमली हो गई आ माँ तनु तरस जरा नहीं आया,
तेरी जोगी रह गई माँ तनु तरस जरा नहीं आया,
लभ्या बथेरा तनु जब विच आके,
संता दी कही गल दिल च वसा के,
तेरे दर ते बह गई है तनु तरस जरा न आया,
मैं तेरी कमली हो गई आ ........
माफ़ करि मैया जेहड़े किते ने कसूर ने,
मार दे ने ताने लोकि आवि तू जरूर वे,
वे मैं एकली रह गई तनु तरस जरा न आया,
मैं तेरी कमली हो गई आ ........
मुकि न जुदाई तेरी मूक चले साह वे,
आजा इक वारी मैनु गल नल ला वे,
वे मैं सच्ची पे गई आ तनु तरस जरा न आया,
मैं तेरी कमली हो गई आ ........
बिरहा की रज दिल विच लग गई,
आ के दासी तेरी रोन लग गई है,
मैं थक के बह गई आ तनु तरस जरा न आया,
मैं तेरी कमली हो गई आ ........