हलवे दी थाली भर भर के ले आवा गी,
ऐवे ही भुलाई सदा ऐवे ही आवा गी,
मुड़ मुड़ माये आसा दर तेरे आना है,
अखियां दे राही तनु दिल च वसाना है,
तेरे माँ देदार ले लखा गेडे लावा गी,
हलवे दी थाली भर भर के ले आवा गी,
सोना चांदी मंगदी न हीरे मोती मंगदी,
मैनु ता खुमारी चढ़ी बस तेरे रंग दी,
चरना दे विच बह के तनु तकि जावा गी,
हलवे दी थाली भर भर के ले आवा गी,
बंसी दे वांगु माये सबने न तार दे,
हर्शि दे वांगु माये सबने न तार दे,
बचया निमानिया नु माँ वाला प्यार दे,
हर वेले साहिल मैं शुकर मनवा गी,
ऐवे ही भुलाई सदा ऐवे ही आवा गी,