करदी चिंता दूर माँ चिंतपूर्णी,
सब दुखड़े करदी चूर माता चिंतापूर्णी,
ऊंचे ऊंचे मंदिरा वाली सब दे दुखड़े हरदी है,
बड़ी पुरनी गल है भगतो गल नहीं हुन दी है,
झोली करे भरपूर माता चिंतपूर्णी,
करदी चिंता दूर माँ चिंतपूर्णी,
जग सब ठुकराया नु माँ सीने नाल लगाउंदी है,
निगहा मेहर कर दिंडी है ऐबा ते परदे पाउंदी है,
कर दिन्दी माफ़ कसूर माँ चिंतपूर्णी,
करदी चिंता दूर माँ चिंतपूर्णी,
संदीप जालंधरी दी ज़िंदगी विच भगतो घुप हनेरा सी,
जोंनि सूफी वांगु बह गया ला के दर ते डेरा सी,
कर दिता नुरो नूर माता चिंतपूर्णी,
करदी चिंता दूर माँ चिंतपूर्णी,