याद तुमने मेरी भुलाई है,
हमने अपनो से चोट खाई है॥
श्याम तेरी ये बेवफाई है,
लोग मुझको ही बुरा कहते है,
तुमभी कहदो तो क्या बुराई है,
हमने अपनों से चोट खाई है॥
कोई भी गम तू हमे देदे,
अब न सही जाए तेरी जुदाई है,
हम ने अपनो से चोट खाई है॥
अश्क आँखों से अब नहीं रुकते,
लोग कांटो से बचा करते है,
हमने फूलों से चोट खाई है,
हम ने अपनों से चोट खाई है॥
Singer ; chandan diwana