प्राणा से भी प्यारो दादी जी थारो धाम,
थारे चरना माहि माहरा चारो तीर्थ धाम,
पालनहारी दादी पार लगावे,
टाबरिया ने अपने कालजे लगावे,
बांको काम पतावे जो लेवे आ को नाम,
थारे चरना माहि माहरा चारो तीर्थ धाम,
मंदिरो मवडियो को लागे घणो प्यारो,
माँ की शरण में यो आवे जग सारो,
साँची साँची महिमा सांचो है माँ को धाम,
थारे चरना माहि माहरा चारो तीर्थ धाम,
कलयुग माहि प्रगति देखो महामाई,
अपने भगत पर किरपा बरसाई,
चरना माहि राहो गावे है थारो श्याम,
थारे चरना माहि माहरा चारो तीर्थ धाम,