चंग बाजन दयो,साथीड़ो आपा घूमर घाला रे,
चंग बाजन दयो..........
ज्यू ज्यू चंग बाजे, तंयु तंयु चाव घणेरो जागे रे,
अलगोजा रे तान हिये में, हुक जगावे रे,
चंग बाजन दयो...........
घूमर माहि दे दे ताली, भक्ता सागे नाचा रे,
बांध घुँघरा सांवरिया ने,संग नचावा रे
चंग बाजन दयो...........
क़ानूड़ो रसिलो म्हाने, भोत ही प्यारो लागे रे,
रंग लगावा सगळा मिलकर,भजन सुनावा रे
चंग बाजन दयो...........
फागुन महीनो घणो सुहानो,भक्ता सागे होल्यो रे
नंदू चालो खाटू नगरी, निशान चढ़ावा रे
चंग बाजन दयो.........