भक्त भुलावे भेगा आवो महारी दादी जी,
टाबरे ने कालजे लगाओ म्हारी दादी जी,
बालका ने कालजे लगाओ म्हारी दादी जी,
थासु ही दादी मैं तो आस लगावा,
छोड़ थारो पलो दादी और कहा जावा,
बालका ने मत विशराओ महारी दादी जी,
भक्त भुलावे भेगा आवो महारी दादी जी,
चरना में थारे दादी म्हारो चारो धाम है,
थारे रहते दुनिया से म्हणे क्या काम है,
थे ही म्हारी लाज बचाओ म्हारी दादी जी,
भक्त भुलावे भेगा आवो महारी दादी जी,
सौरव मधुकर तो दादी गुण थारा गावे,
सेवकियाँ माँ थासु अर्ज लगावे,
म्हणे भी झुंझुनू भुलाओ महरी दादी जी,.
भक्त भुलावे भेगा आवो महारी दादी जी,