भोर भई दिन चढ़ गयो म्हारा बाबा,
हो रही जय जयकार मंदिर मा,
आरती लखदातार की,
ओ खाटूवाले.. आरती लखदातार की॥
ज्योत जगावां थारै भोग लगावां,
रुचि रुचि करा मनुहार मंदिर मा,
आरती लखदातार की,
ओ खाटूवाले.. आरती लखदातार की॥
केसरियो बागो सोहवे छत्तर विराजे,
गले में नौलख हार मंदिर मा,
आरती लखदातार की,
ओ खाटूवाले.. आरती लखदातार की॥
झांझ नगाड़ा थारै नौबत बाजै,
बाज रह्या खड़ताल मंदिर मा,
आरती लखदातार की,
ओ खाटूवाले.. आरती लखदातार की॥
मोरछड़ी लहराओ म्हारा बाबा,
कष्ट हरो सरकार मंदिर मा,
आरती लखदातार की,
ओ खाटूवाले.. आरती लखदातार की॥
आरती थारी बाबा जो जन गावे,
देवो थे भव से तार मंदिर मा,
आरती लखदातार की,
ओ खाटूवाले.. आरती लखदातार की॥