म्हारो छोटो सो परिवार,थासु विनती बारम्बार
म्हारे,आंगने में सुख बरसाता रहीज्यो श्याम
बारहो महीना म्हाने खाटू बुलाता रहीज्यो श्याम
म्हारो छोटो सो परिवार...........
थे हो महारा,म्हे हां थारा,सारो जग जाने हे
थारी म्हारी प्रीत न या, दुनिया पिछाने हे
थारे टाबरिया नादान न,निभाता रहीज्यो श्याम
म्हारो छोटो सो परिवार...........
मंदरिया में आके सारी,चिंता भूल जावा म्हे
सेवा थारी करके बाबा,घणो सुख पावा म्हे
थारे टाबरिया से सेवा थे,करवाता रहीज्यो श्याम
म्हारो छोटो सो परिवार...........
छोटी सी या अर्जी म्हारी,मत ना ठुकरावोजी
थारे सु या अर्जी हे बाबा,मतना बिसराओजी
म्हारे आंखड़ल्यारी प्यास ने,बुझाता रहीज्यो श्याम
म्हारो छोटो सो परिवार...........