तमना ये दिल की मेरी श्याम प्यारे,
रुके स्वास जब भी चरण हो तुम्हारे,
है बेजान सुनी ये दुनिया की महफ़िल,
तेरा नाम साँचा जो दिल से पुकारे,
तमना ये दिल की मेरी श्याम प्यारे
है मेरी ख़ुशी से न खुश ज़माना,
पकड़ हाथ मेरा लगा दे किनारे,
तमना ये दिल की मेरी श्याम प्यारे
नजर की अनोखी इनायत तुम्हारी,
जो हो जाये तेरा मिटे कष्ट सारे,
तमना ये दिल की मेरी श्याम प्यारे
ये विनती करू मैं न ठाकुर भुलाना,
क़र्ज़ दार वर्मा तनिक जो निहारे,
तमना ये दिल की मेरी श्याम प्यारे