भूत प्रेत भी नाल ने सारे ,सबना दे ने रूप न्यारे,
गोरा माँ न व्यावान आये देख के होइ हैरानी,
धमाला पैन गियाँ आये बाबा बर्फानी,
घोड़ी दी था बैल ते चड़्या हाथ विच उस ने डमरू फड़्या,
चन भी उसने सिर ते जडया सूरत बड़ी सुहानी,
धमाला पैन गियाँ आये बाबा बर्फानी,
गल सपा दी माला पाके तन ते आये राख मला के,
दसदियाँ गोरा न जा जा के मरण सखियाँ भानी,
धमाला पैन गियाँ आये बाबा बर्फानी,
आये भंग दा गोटा ला के इक इक बाटा सब न पिला के,
दुनिया दे सब रंग मिला के तोर बड़ी मस्तानी,
धमाला पैन गियाँ आये बाबा बर्फानी,