जय जय महाकालिये कालिये खप्पर वालिये,
कोई मैया तनु काली कहंदा कोई कहंदा महा माया,
तेरे खंडे ने तहलका खूब मचाया,
जय जय महाकालिये कालिये खप्पर वालिये,
खंडे तेरे चनड मुंड मारे चामुंडा कहलाई,
तेरा किसे न भेद पाया जगदम्बे महा माई,
कोई ना जाने तेरी माया कैसा खेल रच्या,
तेरे खंडे ने तहलका खूब मचाया.....
सुम्भ निशुंभ ते राक्षक मारे मुंडल माला पाई,
देवतेया दे कष्ट निवारे पाउंदे सी ओ दुहाई,
थर थर देवते कम्बन लगे ब्रह्माण्ड सी चकराया,
तेरे खंडे ने तहलका खूब मचाया.....
रक्त भीज ने जद सी जग ते हाहाकार मचाई,
हशत भुजी तद तू जगदम्बे कालका रूप च आई,
शांत करन लई तनु माँ शिव शंकर चरनी आया,
तेरे खंडे ने तहलका खूब मचाया,