दातिए आया माँ तेरे दरबार,
भूली मत जांदी छड़ी मत जांदी,
आया माँ तेरे दरबार,
बचपन वीतिया आई जवानी माँ दे द्वारे जाना,
हसदे दे खेड़ दे पिंगा झूटदे तेरा रज रज दर्शन पाना,
दातिए नहीं भूलना तेरा प्यार,
दातिए आया माँ तेरे दरबार.......
लाल सुहा झूला हाथा बाहा विच चूड़ा,
सिर किना सोहना मुकट माँ सजदा,
किनी सोहनी लगे तेरी शेर दी सवारी सड़ा तक तक दिल नहीं रजदा,
दातिए नहीं भूलना तेरा प्यार,
दातिए आया माँ तेरे दरबार.......