छल्ला भेटा गावे चिंतपूर्णी जावे,ते माँ न शीश झुकावे,
ओ छल्ला जपदा माला ओ जग दी ज्योत ज्वाला,
छल्ला ज्योत जगावे मनसा देवी जावे,
के जय जय कार भुलावे,
छल्ला दर्शन पावे के नैना देवी जावे,
छल्ला भोग लगावे एह कांगड़ा माँ नु रिजावे,
एह माँ नाल तार मिलावे छल्ला कहंदा शुदाई जय जय चामुंडा माई,
छल्ला रेह्न्दा सुखी कदे न हुँदा दुखी,
एह जन्दा बगला मुखी,
एह छल्ला जोड़े नाता के पूजे काली माता,
छल्ला भेटा ले आवे के वैष्णो माँ नु चढ़ावे,
के जीवन सफल बनावे संजीव महिमा सुनावे,
के सागर विक दा जावे