मेरी माता दे दरबार ज्योता जाग रहियाँ,
शेरावाली दे दरबार ज्योता जाग रहियाँ,
ऊंचे पीपल पींगा पाइयाँ ने,
उतो वेडा झूटन आइया ने,
सब झुटन बारो बार ज्योता जाग रहियाँ
तेरी भेटा पान सुपारी माँ,
मेरी माता कांगड़े वाली माँ,
तेरी हो रही जय जय कार,
ज्योता जाग रहियाँ....
कोई अन मंगे कोई धन मंगे,
हर कोई अपनी मंग मंगे,
देव ,डोगरा मंगदा है माँ दा प्यार