राम की माया जग में छाया प्रभु है मेरे राम,
भजले राम राम राम,
राम है जिगर में मेरे बसे है नजर में मेरे,
कण कण में बस एक नाम जय श्री राम जय श्री राम,
अपना ही जीवन करदे अर्पण चरणों में उनके धाम,
भजले राम राम राम,
जग को लगता है प्यारा गूंजे श्री राम का नारा,
जन जन की इक अरमान दिल में हो जय श्री राम,
धरती अम्बर गगन वो तारे सब उनके ही निशान
भजले राम राम राम,
कोई नहीं है दूजा राम जी का करले पूजा,
शरधा से लेलो नाम बन जाए बिगड़े काम,
उन से ही राते उन से ही सवेरा उनके ही हर शान,
भजले राम राम राम,