चाहे ख़ुशी हो चाहे गम हो ,
आंखे जब भी नम हो ,
मुझे संवारा नजर आये,
मन भी हो जब ये गायल,
सिर पे हो काले बादल,
मुझे संवारा नजर आये,
परेशान मन जब भी हैरान होके डोले,
खामोश लव ये आँखे सारा भेद खोले,
मजधार में हो नैया कोई न हो खिवईयां,
मुझे संवारा नजर आये...
मेरा श्याम पे भरोसा मजबूत हो गया है,
तन मन ये सारा जीवन इनका ही हो गया है,
पुखलाफ जब फिज़ाये अनजान जब हो रहे,
मुझे संवारा नजर आये,
मेरे श्याम ने सवारी तकदीर ये हमारी,
मोहित पे अब चढ़ी है इनकी खुमारी,
माया में मैं जब भटकु रिश्तो में जब भी अटकु,
मुझे संवारा नजर आये,