छानमं करदी गली दे विचो निकली,
मैया जी दी पालकी सुनहरे रंग दी,
हाथ कडवा गंगा जल पानी,
चरन धुलावन मैं निकली,
छानमं......
हाथ कटोरी केसर कोली,
तिलक लगावण मैं निकली,
छानमं.......
हाथ में थाली भोजन वाली,
भोग लगावण मैं निकली,
छानमं.......
हाथ मेरे विच दिया और बाती,
ज्योत जगावन मैं निकली,
छानमं.......