ब्याह ना रचायो गोविन्दो तेरो कालो रे,
गोविन्दो तेरो कालो रे गोपालो तेरो कालो रे,
ग्वाल बाल संग ये तो दयेनु को चरावे जी,
दूजो कोई काम तेरे लाला को ना आवे री,
करो न सगाई गइयाँ को है ग्वालो री,
गोविन्दो तेरो कालो रे .......
प्याली भर के माखन लालो नाच के दिखावे री,
बांसुरी बजावे कान्हा गोपियाँ रिजावे री,
पर नारी संग रास रचावे नन्द जी को लाला जी,
गोविन्दो तेरो कालो रे .......
यमुना जल भर लावे गुजरी मटकी फोड़ गिरावे जी,
माखन बेचैन जावे गोपियाँ माखन झपट के खावे री,
करता चोरी सीना चोरी चोर मुरली वालो री,
ब्याह ना रचायो गोविन्दो तेरो कालो रे,
गोविन्दो तेरो कालो रे गोपालो तेरो कालो रे,
कारो कारो ना बोलो यो कारो प्राण से प्यारो जी,