बगड़ी किस्मत को बनादे ऐसा मेरा श्याम है,
रोते को पल में हसा दे ऐसा मेरा श्याम है,
किस पे कब हो जाए खुश जे जानता कोई नहीं,
फूल पतजड़ में खिला दे ऐसा मेरा श्याम है,
रास्ता मुश्किल हो फिर भी गिरने देता ना कभी,
राहो पे चलना सीखा दे ऐसा मेरा श्याम है,
अपनों से मिलता जो कुंदन भाव इस संसार में,
गाव पे मरहम लगा दे ऐसा मेरा श्याम है,