भजन बिना चैन ना आये राम,
कोई क्या जाने कब हो जाये,
इस जीवन की शाम,
भजन बिना चैन ना आये राम,
मोह माया की आस तो पगले होगी कभी न पूरी,
करते करते भजन प्रभु का मिटा जाएगी दुरी,
हम भक्तो के साथ साथ लो सब ही प्रभु का नाम,
भजन बिना चैन ना आये राम,
भजन है अमृत रस का प्याला,
शाम सवेरे पीना इसको पी कर सारा जीवन मस्ती में तू जीना,
भक्ति करलो बन जायेगे अपने बिगड़े काम,
भजन बिना चैन ना आये राम,