कहता न साईं तुम जग के सामने,
आता हु शिर्डी बस तुम से मांगने,
जग जान जो जाएगा मेरी हँसी उडायेगा,
तेरा ही सहारा है तुम को ही पुकारा है,
कहता न साईं तुम जग के सामने,
हमे साईं चरणों से दूर नही करना,
राह से कभी भटकू तो तुम थाम लेना,
संतोश यही मन में तुम हो मेरे जीवन में,
तेरा ही सहारा है तुम को ही पुकारा है,
कहता न साईं तुम जग के सामने,
नैनो से अंसुसो की धार बह रही है,
बह बह के दिल की सचाई कह रही है,
मेरे दिल में समा जाओ मुझे अपना बना जाओ,
तेरा ही सहारा है तुम को ही पुकारा है,
कहता न साईं तुम जग के सामने,
सपनो में आते हो पर सच में पीया न,
भूल अगर मुझसे हो जाए दिल से भुलालेना,
नादान समज ले लेना मुझे गोद में ले लेना,
तेरा ही सहारा है तुम को ही पुकारा है,
कहता न साईं तुम जग के सामने,