संकट ने मुझको गेरा छाया गणगौर अँधेरा,
अब हाथ पकड़ लो मेरा तुम हारे के सहारे हो श्याम सँवारे,
आया मैं आया तेरे धाम सँवारे,
खाटू नगरी में बैठा ये बाबा है,
जादू तुम्हरा चलता ही जाता है,
तुम खाटू में बैठे बैठे मंद मंद मुस्काते हो,
कोई यहाँ पर अर्ज लगाए उसके कष्ट मिटाते हो,
किरपा यु करते रहो मेरे श्याम सँवारे,
आया मैं आया तेरे धाम सँवारे,
सारी दुनिया में ऊंचा है नाम तेरा,
हारे की रक्षा करना है काम है तेरा,
जो भी तेरी शरण में आया उसको पार लगाया है,
इक नहीं लाखो कोटि भगतो का भाग जगाया है,
नैया को पार करो,
आया मैं आया तेरे धाम सँवारे,
देखो हे बाबा अपने दीवाने को,
सुन लो हे दाता मेरे अफ़साने को,
दीन दयालु हे किरपालु तुम तो दया के सागर हो,
रेहम करो हे शीश के दानी दीक्षित के नटनागर हो,
मेरी भी विनती सुनो,मेरे श्याम सँवारे
आया मैं आया तेरे धाम सँवारे,