तेरा मंगल मेरा मंगल सब का मंगल होये रे,
जिस जन नी जन्म दियां है उसका मंगल होये रे,
तेरा मंगल मेरा मंगल सब का मंगल होये रे,
ताला पोछा और बढ़ाया पिता का मंगल होये रे,
जिस गुरु देव ने धर्म दिया है उसका मंगल होये रे,
इस जग के सब दुखियारे का मी का मंगल होये रे,
जल में थल में और गंगन में सब का मंगल होये रे,
तेरा मंगल मेरा मंगल सब का मंगल होये रे,
तेरा मंगल मेरा मंगल सब का मंगल होये रे,
अंतर मन की गाँठ ये टूटे अंतर निर्मल होये रे,
शुद्ध धर्म धरती पर जागे पाप पराजित होये रे,
इस धरती के तर दिन में कण कण में धर्म समाये रे,
तेरा मंगल मेरा मंगल सब का मंगल होये रे,