श्याम सच्ची तू सरकार मेरे बाबा लखदातार,
तेरी ही किरपा से आज खुश मेरा परिवार,
सँवारे सच्चा तेरा प्यार है,
शुकरियाँ तुझको बारम्बार है,
बड़ा दुःख भरा बीता जीवन जो था मेरा,
विश्वाश था मुझको मिलेगा आसरा तेरा,
दिन ऐसे भी आये मैंने छोड़ दिन घर बार,
तेरी ही किरपा से आज खुश मेरा परिवार,
सँवारे सच्चा तेरा प्यार है,
ये लोग कहते है किसमत बदल ती है,
पर सँवारे की प्रीत किसको रोज मिलती है,
तूने हाथ मेरा थामा पीछे छूटा मझधार,
श्याम तेरी किरपा से आज खुश मेरा परिवार,
सँवारे सच्चा तेरा प्यार है,
ये प्रीत की डोरी श्याम टूट न पाये,
हमको शमा करना कभी जो भूल हो जाये,
इतनी दया करना आता रहु दरबार,
तेरी ही किरपा से आज खुश मेरा परिवार,
सँवारे सच्चा तेरा प्यार है,