ये रूप भोलेनाथ का,
निराला मेरे नाथ का,
ये तीन तीन नैना नैना त्रिलोकी नाथ के,
प्यारे है भोले नाथ के
रखते है ध्यान शिव तो सारे संसार का,
कैसे चुकाये ऋण हम इनके उपकार का,
जो मांगे याहा प्यार से मिलेगा भण्डार से,
ये तीन तीन नैना नैना त्रिलोकी नाथ के,
प्यारे है भोले नाथ के
क्या मैं बताऊ ढंग अब करुणा निदान का,
असुरो को भी दे देते तोफा वरदान का,
भगत खुश हाल है ये शिव का कमाल है,
दीवाना भोले नाथ का भगत वेद नाथ का,
करे इशनान भोले जल और दूध से,
करे शृंगार ये तो राख भभूत से,
काम बेमिलसाल है अनोखे महाकाल है,
ये तीन तीन नैना नैना त्रिलोकी नाथ के,
प्यारे है भोले नाथ के