कहाँ रखोगे बाबा हारों की अँसुअन धार
तेरा श्याम कुंड भी छोटा पद जायेगा सरकार
हारों की आँखें कभी थकती नहीं हैं
अँसुअन की धरा कभी रूकती नहीं हैं
उनकी पलकों में तो सावन हैं कई हज़ार
तेरा श्याम कुंड भी छोटा पद जायेगा सरकार
भीगी भीगी सी तेरी चौखट ये दानी
गौर से देखो ये है अँखियों का पानी
रोते हैं सब हारे आकर तेरे ही द्वार
तेरा श्याम कुंड भी छोटा पद जायेगा सरकार
हारे का दर्द उनके दिल के फ़साने
या तो वो हारा जाने या तू ही जाने
तुम्ही तो सुनते बाबा हारों की करूँ पुकार
तेरा श्याम कुंड भी छोटा पद जायेगा सरकार
बेमोल जिनके सोनू आंसू संसार में
कीमत तो देखिये उनकी तेरे दरबार में
आंसू से बढ़कर ना है कोई उपाहर
तेरा श्याम कुंड भी छोटा पद जायेगा सरकार