मुझे चरणों से लगाले ऐ श्याम खाटू वाले
मुझे चरणों से लगाले............
तेरा रूप मैंने मोहन जब पहली बार देखा
तेरे नैनों में जो देखा तो छलकता प्यार देखा
तुझे एक बार देखा फिर बार बार देखा
मुझे चरणों से लगाले............
बड़ा भाग्यशाली है वो जो तेरे दर पे आता
आकर के सर झुकता और गीत तेरे गाता
फिर दुनिया में तो उसका सर कहीं न झुकने पाटा
मुझे चरणों से लगाले............
सुन दुनिया के रचैया मंझधार में है नैय्या
बड़ी दूर है किनारा बन जा मेरा खिवैय्या
करे विनती ये खुराना ओ मुरली के बजैया
मुझे चरणों से लगाले............