श्याम बाबुल का रखना ख़याल,
मेरे बाबुल का रखना ख्याल,
मैं तो अपने चली ससुराल,
जिनके आंगने की मैं गुड़ियाँ,
बरसे रिम जिम उनकी अँखियाँ,
उनका रो रो हुआ बुरा हाल,
श्याम बाबुल का रखना ख़याल,
हर सुख दुःख वांटा है मुझसे,
अब लेकिन बांटेगे किस से,
मुझको बस इतना है मलाल,
श्याम बाबुल का रखना ख़याल,
जिद मेरी सब पूरी की है,
हर गलती अनदेखी की है,
मेरी बनके रहे सदा ढाल श्याम बाबुल का रखना ख्याल,
श्याम बाबुल का रखना ख़याल,
शर्मा कहे धर्म का भाई बनकर के रहना परछाई,
केशव कहे तू धर्म का भाई बनकर के रहना परछाई,
मेरे बाबुल के गोपाल,
श्याम बाबुल का रखना ख़याल,