साई हो दीदार तेरा ते मैं शुक्र मनावा गा,
चाहे छोड़ नि दुनिया पड़े छोड़ के आवा गा,
साई हो दीदार तेरा ते मैं शुक्र मनावा गा,
साई ऐसा हो मेरा कर्म दुआ सब की माँगा करू,
पहले मैं सब की कहु फिर अपनी सुनाया करू,
तेरे दर का फ़कीर हु मैं ऐसे ही बताऊ गा,
चाहे छोड़ नि दुनिया पड़े छोड़ के आवा गा,
साई हो दीदार तेरा ते मैं शुक्र मनावा गा,
साई जिंदगी तूने दी जब चाहे बुला लेना,
माँ बाप की सेवा को जन्मो तक लिख देना,
उनके पास रहु बाबा ते मैं शुक्र मनावा गा,
चाहे छोड़ नि दुनिया पड़े छोड़ के आवा गा,
साई हो दीदार तेरा ते मैं शुक्र मनावा गा,
बोलो साई राम साई राम साई राम साई,
मेरा दिन भी तू मेरी रात भी तू,
मेरा कल भी तू मेरा आज भी तू,
मेरा यार भी तू मेरा प्यार भी तू,
मेरी ईद भी तू नमाज भी तू,
मेरे दिल में तू मेरे साथ में तू,
बोलो साई राम साई राम साई राम