झुक झुक झुक साई द्वारे झुक,
फिर गाडी ज़िन्दगी की सकेगी ना रुक,
झुक झुक झुक साई द्वारे झुक,
फिर गाडी ज़िन्दगी की सकेगी ना रुक,
साई चिंता हर लेंगे झोली तेरी भर देंगे,
साई चिंता हर लेंगे झोली तेरी भर देंगे,
आएंगे नज़दीक फिर ना तेरे, इस दुनिया के दुःख दुःख दुःख,
घर घर घर घर घर साई का चर्चा है,
सबसे सबसे सबसे द्वार ये ऊंचा है,
झुक झुक झुक झुक.........
चाहे आसमान पे है तारे बेशुमार,
साई के है उनसे भी ज़्यादा उपकार,
आजा साफ़ मन से तू पास जाके देख,
झूठ नही कहती मैं आज़मा के देख,
झुक झुक झुक झुक झुक झुक झुक झुक,
दुनिया में कितना ये द्वार मशहूर है,
जहाँ लोग जाते वहाँ कुछ तो ज़रूर है,
वहाँ पे ज़रूरतों का हर फूल खिलता,
नही अगर मांगना बिन मांगे मिलेगा,
तेरी हर भावना को वो भी आज़मायेगा,
फिर वो आवाज देके तुझको बुलायेगा,
अपनी तराज़ू पे वो भी तो है तोलता,
ताले वो नसीबो के यूंही नही खोलता,
जय जय हो जय जय हो जय जय हो।
झुक झुक झुक साई द्वारे झुक,
फिर गाडी ज़िन्दगी की सकेगी ना रुक,
झुक झुक झुक साई द्वारे झुक,
फिर गाडी ज़िन्दगी की सकेगी ना रुक,
साई चिंता हर लेंगे झोली तेरी भर देंगे,
साई चिंता हर लेंगे झोली तेरी भर देंगे,
आएंगे नज़दीक फिर ना तेरे, इस दुनिया के दुःख दुःख दुःख,
घर घर घर घर घर साई का चर्चा है,
सबसे सबसे सबसे द्वार ये ऊंचा है,
घर घर घर घर घर घर साई का चर्चा है,
सबसे सबसे सबसे द्वार ये ऊंचा है।