संतोषी माँ को सज रहयो है दरबार
ज्योत जगाओ कन्या पूजा बोलो जय जय कार,
संतोषी माँ को सज रहा है दरबार,
श्रद्धा के तुम सुमन चढ़ाओ,
भोले माँ को रोज मनाओ,
मेरी संतोषी मैया जी करदे भव से पार,
संतोषी माँ को सज रहयो है दरबार
माँ के भवन की महिमा न्यारी,
मन में वसा लो मूरत प्यारी,
मेरी संतोषी मैया जी मिटे सब अंधकार ,
संतोषी माँ को सज रहयो है दरबार
कलयुग तारणी माँ संतोषी,
सब की झोली भर ऐसी,
ान धन पुत्र रतन माँ देती,
देते ये चमत्कार,
संतोषी माँ को सज रहयो है दरबार
कहे कुंदन तुम माँ को मनाओ,
मात पिता को भी गले से लगाओ,
इन की दाऊओं से बरसे गा मेरी मैया का प्यार,
संतोषी माँ को सज रहयो है दरबार