ओ माँ तू छुपी है कहा,मैंने तुझे देखा नहीं,
मैंने तुझे जाना नहीं,फिर भी ऐसा लगता है तू आस पास है मेरे,
ओ माँ तू छुपी है कहा,मैंने तुझे देखा नहीं,
एक दुःखयारा बालक हु मैं रखदे सिर पर हाथ माँ,
तेरे सिवा इस जग में मेरी कौन सुने गा बात माँ,
ओ माँ तू छुपी है कहा,मैंने तुझे देखा नहीं,
आज तुम्हारे इस मंदिर में जी भर के रू लू गा,
इन नैनो के नीर से मियां चरण तुम्हारे धो लूंगा,
ओ माँ तू छुपी है कहा,मैंने तुझे देखा नहीं,