बाबा सारो संकट काट दे कर मोरछड़ी का झाड़ो,
तू सब का लखदातार तेरी चाले से सरकार,
तेरी विपदा सब उतार दे कर मोर छड़ी को झाड़ो,
मेरी डूभ रही है लुटियाँ मेरी ढोल रही है नइयाँ,
कोई राह न सूजे मुझको अब देर न कर तू कन्हियां,
मेरी नैया कर तू पार देकर मोर चढ़ को झाड़ो,
बाबा सारो संकट काट दे कर मोरछड़ी का झाड़ो,
मैं तो घूम लियो जग सारो कोई न संकट टालो,
मेरी भुधि मर गई थी जो अब देखियो तेरो द्वारो,
कुछ तो अब हल लखदातार देकर मोरछड़ी को झाड़ो
बाबा सारो संकट काट दे कर मोरछड़ी का झाड़ो,
तेरी मोरछड़ी को झाड़ो जिसने लग जावे झाड़ा,
उस को जीवन को संकट पल में मिट जावे सारो,
शर्मा को जीवन सवार देकर मोर छड़ी को झाड़ो,
बाबा सारो संकट काट दे कर मोरछड़ी का झाड़ो,