हे गोरी गोगा जी के द्वार चले अब के बोलो संग,
बलम जी हो जा बेडा पार चले मेरे मन में उठी उमंग,
भीड़ चली भगतन की भारी,
भर भर जावे मोटर गाडी,
जैकारे ल्यावे नर नारी,
भगति में है सुरति धारी,
महारी टेर सुनेगे गोगा जी मेरा पुलकित हो गया अंग,
बलम जी हो जा बेडा पार चले मेरे मन में उठी उमंग,
गोगा जी के दर जो जाता जो चाहे बाबा से पाता,
भक्तन का भागविधाता पल में सोया भाग जगाता,
जो गाता निष् दिन गोगा नाम कभी भी नहीं रहे वो तंग,
बलम जी हो जा बेडा पार चले मेरे मन में उठी उमंग,
जा हरवीर कदम अवतारा दीं दुखी का सदा सहारा,
गौ सेवक है पाछल प्यारा गुगु काज कहे जग सारा,
बेह राही भगति की धारा बरसाए ख़ुशी के रंग,
बलम जी हो जा बेडा पार चले मेरे मन में उठी उमंग,