मेरी गली विच आ श्यामा राता हो जु चाननियाँ ,
इक वारि फेरा पा श्यामा राता हो जु चाननियाँ
हथ विच मेरे गंगा जल मटकी,
आके चरण धुला श्यामा राता हो जु चाननियाँ
हथ विच मेरे माखन कटोरी,
आके भोग लगा श्यामा, राता हो जु चाननियाँ
हथ विच मेरे रेशम दी साडी,
राधा जी न नाल लेआ श्यामा राता हो जु चाननियाँ
हथ विच तेरे मुरली सज्दी,
इक वारि तान सुना श्यामा, राता हो जु चाननियाँ
खेड़ पुरे डा जगमोहन तेरा,
एक वारी आ के करो ओहदे उते मेहर,
पिंके दे घर वि आ श्यामा,राता हो जू चनानिया,
मेरी गली विच आ श्यामा