अरे किसके कितने है सांसों के ख़ज़ाने,
या तो राम जाने या तो श्याम जाने।।
कौन कितने का किसका साथी,
कोई ना जाने कोई ना जाने,
कब तक जलेगी जीवन बाती,
कोई ना जाने कोई ना जाने,
यम के दूत आ जाएं कब किसे लिबाने,
या तो राम जाने या तो श्याम जाने।।
इस जग में आया है प्यारे,
तू भी अकेला मैं भी अकेला,
जाएगा इस जग से प्यारे,
तू भी अकेला मैं भी अकेला,
कोई नही सगा अपना सब हैं बेगाने,
या तो राम जाने या तो श्याम जाने।।
राम नाम के गीत गाले,
ओ रे मनुआ ओ रे मनुआ,
श्याम नाम के गीत गाले,
ओ रे मनुआ ओ रे मनुआ,
‘राजेन्द्र’ हैं जग में कितने हरि के दीवाने,
या तो राम जाने या तो श्याम जाने।।