कलयुग में दादी सब की निगहेबान रहेगी,
हर भगत पे हर वक़्त मेहरबान रहेगी,
जो भगत मेरी मैया का गुण गान करेगा,
उस भक्त का जीवन सदा खुशाल रहेगा.
उस भक्त पे दयालु दया वान रहेगी,
हर भगत पे हर वक़्त मेहरबान रहेगी,
जिसने भी दादी नाम पर जीवन लुटा दियां,
उसको ही मेरी दादी ने अपना बना लिया,
ऐसे भगत का दादी जी समान करेगी,
हर भगत पे हर वक़्त मेहरबान रहेगी,
रखेगी तेरा ध्यान वो औलाद की तरह,
लुटाये गी खजाना वो बरसात की तरह,
सुख देगी दादी जी तुझे अवाद करेगी,
हर भगत पे हर वक़्त मेहरबान रहेगी,