मुझे फ़िक्र नहीं इस के रहते ये मालकिन है मेरे घर की,
ये मालकिन है मेरे घर की ये मालकिन है मेरे घर की ,
मुझे फ़िक्र नहीं इस के रहते ...
पल पल की खबर ये लेती है यो मांगो हस के देती है,
अब न कोई दुखड़े सहते ये मालकिन है मेरे घर की ,
मुझे फ़िक्र नहीं इस के रहते ...
कैसे होगा और कब होगा ये कुछ इन पे छोड़ा है,
जो दिल में है इसको कहते ये मालकिन है मेरे घर की ,
मुझे फ़िक्र नहीं इस के रहते ...
मेरी हर उल्जन सुलझाती योगी ये मुझे राह दिखाती ये,
बड़े फकर से हम अब ये कहते ये मालकिन है मेरे घर की ,
मुझे फ़िक्र नहीं इस के रहते ...