मुझे तेरे खाटू धाम आना है
वहीँ मेरा ठिकाना है
तेरे चरणों की रज्ज मिले मुझको
तेरी भक्ति को पाना है
तू मुझे बुलाएगा सीने से लगाएगा
श्याम श्याम कहता आऊंगा तेरे दर
चरणों से लिपट कर के देखूंगा मैं जी भर के
कदमो में तेरे मैं रख दूंगा सर
हाथ तेरा मेरे सर धराना है
वहीँ मेरा ठिकाना है
श्याम श्याम कहकर तेरा निशान लेकर के
जब खाटू नगरी में आऊंगा
खाटू धाम की माटी माथे पर लगाकर के
राधा की हवेली में जाऊँगा
वहां तेरा भजन सुनाना है
वहीँ मेरा ठिकाना है
बरसने लगी किरपा धाम पे बुलाया है
देखने लगा श्याम जी भर के
चरणों से उठा कर के सीने से लगाया है
शर्मा मेरा हाथ तेरे सर पे
जा तुझे मेरा भजन गाना है
वहीँ मेरा ठिकाना है