मेरे दिल को भाता है जब कोई कहता है जय श्री श्याम जी,
मुझे चैन आता है आके खाटू वाले धाम जी,
मैं तो होगी बाबरी श्यामा वाह तेरी दीवानगी,
ना चाहू मैं हीरे मोती,बस तू मुझे अपना ले,
तेरी दासी बन जाऊ मैं ऐसा प्रेम जगा दे,
तेरा प्यार बड़ा अनमोल देदे प्रेम का दान जी,
मैं तो होगी बाबरी श्यामा.......
हारे का सहारा श्याम प्यारा,
हर को ये दोहराता, उसकी नैया पार लगाये जो खाटू में आता,
श्यामा मैं तेरी तू मेरा ये कहती हु शरेआम जी,
मैं तो होगी बाबरी श्यामा....
ऐ लीला दर तू लीला करदे बाह पकड़ ले मेरी,
इन नैनो को दीदार दे अब ना करना देरी,
नूर जोली पर करदो मेरे संवारे अहसान जी,
मैं तो होगी बाबरी श्यामा....