ध्यानु की तरह अम्बे, मेरा नाम अमर कर दो |
चरणों में मैं मिट जाऊं, भक्ति की नज़र कर दो ||
चोला बसंती माँ, पहना है लिए मस्ती |
सर प्रेम के बाने में, लाली है तेरी हस्ती |
झंकार के छैनों की, इस मन को संवर कर दो ||
मंगलमय शुभ ज्योति, मन मंदिर में जागी |
तेरा पंथ निराला है, मोहे सांची लगन लागी |
गुणगान करे वाणी, स्वासों में असर कर दो ||
माता और बेटे का रिश्ता यह पुराना है |
ममता में बंदती वो, मैंने तो यह जाना है |
रहमत की निगाहें माँ, इक बार अगर कर दो ||